घर के बड़े बुजुगो का अनुभव घर के सदस्यों के लिए एक मार्गदर्शन का काम करता है | उनके द्वारा कही गयी कोई भी बात बड़े काम की होती है, क्योंकि ये बाते उन्हें सांसारिक अनुभवों से मिली है | हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि बुजुर्गो की बातो सम्मान करना चाहिए और उनकी बाते माननी चाहिए | बुजुर्गो की कथनी हमे एक सफल इंसान बनती है और मुसीबतो से भी दूर रखती है | ऐसे में आज हम कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानकारियां देने आये है, जिन्हे कभी खुला नहीं छोड़ना चाहिए |
शिखा
हिन्दू धर्म में शिखा रखने का बड़ा महत्व है | ऐसा बताया जाता है कि शिखा से इन्द्रियाँ काबू में रहती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है | बड़े बुजुर्ग कहते है कि कभी शिखा को खुला नहीं छोड़ना चाहिए | ये ब्रह्मरंध्र से जुडी होती है, इससे हमारी ऊर्जा बाहर नहीं जाती | इसीलिए उस ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए शिखा सदा बांधकर रखनी चाहिए | ये रक्त संचार और आँखों की रोशनी को भी दुरुस्त करती है |
क़िताब
पढ़ने के बाद कभी क़िताब को खोलकर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से पढ़ा हुआ भूल सकते है | ये विद्या और बुद्धि दोनों की क्षति करता है | इसीलिए बुजुर्ग पढ़ने के बाद किताब बंद कर रखने की सलाह देते है |
मुंह
कभी भी मुंह खोलकर नहीं सोना चाहिए | ये स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, इतना ही नहीं ये दिनभर थकान और मुंह की बदबू का कारण बनता है | इसके अलावा मुंह खोलकर सोने से मुंह में कीड़े मकोड़े और बैक्टीरिया जाने का डर रहता है |
भोजन
भोजन को हमेशा ढककर ही रखना चाहिए | ये हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरुरी है, ढक कर रखा भोजन स्वच्छ रहता है, साथ ही उसमे कीड़े मकोड़े जाने का डर भी नहीं रहता है | एक रिसर्च के अनुसार 60 % बीमारियां दूषित खान-पान के कारण होती है |
धन-सम्पति
धन-सम्पति को कभी खुला नहीं छोड़ना चाहिए और हर किसी के सामने इसका प्रदर्शन नहीं करना चाहिए | ऐसा इसलिए क्योंकि सामने वाले शख्स के मन में क्या चल रहा है | ये आप नहीं जानते, क्योंकि किसी के मन में कब खोट आ जाये कुछ कहा नहीं जा सकता |